हजारीबाग में वीरता और राष्ट्रप्रेम का प्रतीक बना वीर कुंवर सिंह विजय उत्सव समारोह, कांग्रेस नेता मुन्ना सिंह ने किया श्रद्धांजलि अर्पित


 1857 की प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के अमर सेनानी बाबू वीर कुंवर सिंह की स्मृति में बुधवार को हजारीबाग के सर्किट हाउस के समीप वीर कुंवर सिंह विजय उत्सव समारोह का भव्य आयोजन किया गया। यह ऐतिहासिक अवसर वीरता, राष्ट्रप्रेम और त्याग की भावनाओं से ओतप्रोत रहा।

कार्यक्रम की शुरुआत कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता मुन्ना सिंह द्वारा वीर कुंवर सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित करने से हुई। उन्होंने कहा कि बाबू वीर कुंवर सिंह भारतीय स्वाभिमान और अद्वितीय साहस के प्रतीक हैं। उनके बलिदान ने अंग्रेजी हुकूमत की नींव हिला दी थी। उन्होंने युवाओं से राष्ट्रनिर्माण में सक्रिय भागीदारी की अपील भी की।

मुन्ना सिंह ने कहा, "आज का दिन हमें उन गुमनाम नायकों की याद दिलाता है जिनकी कुर्बानियों से आज हम स्वतंत्र भारत में सांस ले पा रहे हैं। कांग्रेस पार्टी हमेशा ऐसे महान क्रांतिकारियों के सिद्धांतों और मूल्यों को प्रणाम करती रही है और उनके दिखाए मार्ग पर चलने के लिए प्रतिबद्ध है।"

इस कार्यक्रम के दौरान देशभक्ति गीतों और वीर कुंवर सिंह के जीवन पर आधारित वक्तव्यों ने समूचे वातावरण को भावविभोर कर दिया। हर तरफ गूंजते रहे जयघोष - जय हिन्द, जय वीर कुंवर सिंह, कांग्रेस जिंदाबाद

प्रमुख उपस्थिति: विनोबा भावे विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर दिनेश कुमार सिंह, आनंद देव, बंटी देव, भगवान सिंह, राजू सिंह (पिंडी), बबलू सिंह, रविन्द्र सिंह, शत्रुघ्न सिंह, मुन्ना सिंह, प्रदीप सिंह, मिथिलेश सिंह, पंकज सिंह, आशीष सिंह, संजय सिंह, परमानंद सिंह, डॉ मनोज कुमार सिंह, राज कुमार सिंह, रवि रंजन सिंह, डॉ संजीव सिंह सहित कई गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।