हजारीबाग काॅलेज ऑफ डेंटल साइंसेस एंड होस्पिटल द्वारा मलेरिया जागरूकता दिवस के अवसर पर सुरज पूरा में जागरूकता फैलाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया। बीडीएस के द्वितीय वर्ष के छात्रों ने मलेरिया, डेंगू, फाइलेरियासिस की रोकथाम के बारे में ग्रामीणों को जागरूक करने के लिए नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया। कार्यक्रम में माइक्रोबायोलॉजी की व्याख्याता कृति और विभिन्न सहायक कर्मचारियों के मार्गदर्शन में आयोजित किया गया। मलेरिया की रोकथाम और उपचार में महत्वपूर्ण नाटक प्रस्तुत किया। मलेरिया की रोकथाम और उपचार से संबंधित नाटक के माध्यम से समाज में जागरूकता का अनोखा संदेश दिया गया।
मौके पर हजारीबाग काॅलेज ऑफ डेंटल साइंसेस एंड होस्पिटल के सचिव डाॅ प्रवीण श्रीनिवास ने कहा कि मलेरिया एक कोशकीय परजीवी प्लाजमोडियम (वाईवेक्स एवं फैलसिपेरम) से होने वाली बीमारी है। जो संक्रमित मच्छरों से फैलती है। इसके मुख्य लक्षण ठंडक के साथ बुखार, सिरदर्द, उल्टी व बदनदर्द है। समय से इलाज के अभाव में बीमारी गंभीर हो जाती है। इससे बचाव के लिए अपने आस-पास सफाई रखे, जलभराव न होने दें, कूलर, गमले, नाली आदि में पानी अधिक समय तक जमा न होने दें। बच्चों को सुबह शाम फुल आस्तीन की शर्ट व पैंट पहनाएं। सोते समय मच्छर दानी का प्रयोग करें। बीमारी की गंभीरता को देखते हुए तुरन्त नजदीकी अस्पताल में मलेरिया की जांच कराएं व पुष्टि होने पर इसका सम्पूर्ण इलाज करें।