केरेडारी में भू-रैयतों का आंदोलन, चट्टी बरियातू कोल माइंस के खिलाफ धरना, स्कूल सुरक्षा की कर रहे मांग


केरेडारी : एनटीपीसी के चट्टी बरियातू कोल माइंस में एमडीओ के रूप में काम कर रही रित्विक कंपनी द्वारा बीती रात जोरदाग में लगे लगभग दो सौ पेड़ पौधों को काट दिया गया। इस घटना के विरोध में शनिवार सुबह से सैकड़ों भू-रैयतों ने चट्टी बरियातू कोल माइंस में ओबी डंपिंग कर रहे दर्जनों वाहनों को जब्त कर लिया। साथ ही परियोजना के बगल में स्थित बरगद के पेड़ के नीचे धरना पर बैठ गए हैं।

क्या हैं भू-रैयतों की मांगें:
भू-रैयतों ने कंपनी से साफ मांग की है कि जब तक मध्य विद्यालय जोरदाग को स्थानांतरित नहीं किया जाता, तब तक विद्यालय के चारों ओर ओबी डंपिंग नहीं की जाएगी। विद्यालय के प्रधानाध्यापक भुवनेश्वर राम ने बताया कि कोल माइंस में ब्लास्टिंग के समय विद्यालय भवन में जोरदार कंपन होता है। जिससे किसी भी समय दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। इसलिए ब्लास्टिंग के समय बच्चों को बाहर करना पड़ता है।

क्या कहते हैं विद्यालय के बच्चे:
विद्यालय में पढ़ने वाली छात्राएं आशा कुमारी, सोनाली कुमारी, करिश्मा कुमारी, मालको कुमारी, चांदनी कुमारी, लक्ष्मी कुमारी और रूपा कुमारी समेत अन्य बच्चों ने बताया कि जब ब्लास्टिंग होती है तो हमलोग बहुत डर जाते हैं। ऐसा लगता है मानो विद्यालय भवन गिर जाएगा।

धरना का नेतृत्व और समर्थन:
धरना की अध्यक्षता केरेडारी प्रमुख सुनीता देवी ने की। उन्होंने कहा कि जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होंगी, तब तक ओबी डंप का काम पूरी तरह से बंद रहेगा। संचालन अखिलेश कुमार गौरव ने किया। मौके पर मुखिया महेश साव, भू-रैयत प्रेमरंजन पासवान, कालो राम, संजय साव, कन्हाई माली, कृष्णा गुप्ता, प्रदीप साव, कविता देवी, कौशल्या देवी, सीमा देवी, पार्वती देवी, मुनिया देवी, जागेश्वर साव, खिरोधर साव, सिबदेव सोनी, ब्रजेश राम, चौहान राम, कुलदीप साव समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।