विश्व मलेरिया दिवस 2025 के अवसर पर जिला टास्क फोर्स की बैठक,मलेरिया के रोकथाम एवं बचाव पर हुई विस्तृत चर्चा


विश्व मलेरिया दिवस 2025 के अवसर पर आज दिनांक 24.04.2008 को सिविल सर्जन डॉ एस.पी सिंह की अध्यक्षता में जिला टास्क फोर्स एवं प्रेस मिडिया की बैठक सिविल सर्जन सभागार में आयोजित की गई। इस बैठक में नगर आयुक्त, हजारीबाग, अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी, जिला मी.बी वी पदाधिकारी, जिला आसीएम पदाधिकारी जिला कुष्ठ निवारण पदाधिकारी, जिला पकना पदाधिकारी जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, हजारीबाग जिले के सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एवं प्रेस मिडिया के प्रतिनिधि उपस्थित थे।

सिविल सर्जन द्वारा उपस्थित सभी सदस्यों को बताया गया कि मलेरिया की समाप्त करने के लिए किए जा रहे प्रयासों पर ध्यान आकर्षित करने, बीमारी से होने वाली पीड़ा और मृत्यु को कम करने के लिए विश्व मलेरिया दिवस प्रतिवर्ष 25 अप्रैल को मनाया जाता है।

मौके पर उपस्थित प्रेस मिडिया के बन्धुओं से आग्रह किया गया कि मलेरिया के रोकथाम तथा जन जागरूकता के लिए दैनिक समाचार पत्रों के माध्यम से इसका व्यापक प्रचार किया जाय ताकि जनहित में इसका लाभ मिल सके।

जिला भीबीडी. पदाधिकारी डॉ. एस के सुबोध द्वारा बताया गया कि हजारीबाग में वर्ष 2024 में कुल 3,03,353 लोगों का जांच किया गया, जिसमें 208 व्यक्ति मलेरिया से ग्रसित पाए गए थे उनमें से 169 लोगों में मलेरिया केल्सीपेरम पाया गया। सभी 208 लोगों का उपचार करा दिया गया। जिला भी.बी.डी पदाधिकारी द्वारा बैठक में उपस्थित सभी सदस्यों को मलेरिया से बचने के लिए निम्नलिखित उपाय बताये गयेः-

1.जमे हुए पानी को खत्म करना, संभव न तो उस पानी में कीटनाशक या जला हुआ मोबिल डाले ताकि मच्छर उस पानी में अण्डे न दे सकें।

2.पानी की टंकी को ढक कर रखें, घरों की छत पर अनावश्यक रूप से ऐसे सामान न रखे जिसमें बारीश का पानी जमा हो सके।

3.कूलर, फ्रीज और फूलदान का पानी हटाकर सप्ताह में एक दिन अवश्य सुखा लें।

4.ग्रामीण क्षेत्रों में घर के अन्दर की दीवारों पर कीटनाशी का छिड़काव करवाएं।

5.मलेरिया होने पर चिकित्सक की सलाह माने और सही समय पर दवा लें साथ ही पौष्टिक खाने पर ध्यान दें।

6.बिना मछरदानी के नहीं सोएं।

7.टूटे हुए बर्तन, प्रयोग में नहीं आनेवाले बोतल, टिन, बेकार के टायर को जमा न रखे क्योंकि बारिश के मौसम में इन्हीं पानी में मलेरिया डेंगू के मच्छर पनप सकते हैं।

8.पानी रखने वाले बर्तन, टंकी को खुला न छोडे।

9.कीटनाशी छिडकाव के बाद घर की लिपाई पोताई नहीं करें।

10.बुखार को नजरअंदाज नहीं करें।

11.खाली पेट दवा का सेवन नहीं करें।

उक्त बैठक में जिला भी. बी. डी कार्यालय के जिला भी बी डी. सलाहकार श्री मैमूर सुलतान मलेरिया निरीक्षक श्री गहेन्द्र पाल एफ.एल.ए रामाशंकर, फैयाज आलम एवं अन्य कार्यालय कर्मी उपस्थित थे।