
भाजपा से सदर विधायक प्रदीप प्रसाद ने झारखंड सरकार पर बेरोजगार युवाओं के भविष्य के साथ छलावा करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि सरकार की निष्क्रियता और लचर नीतियों के कारण राज्य के लाखों युवा रोजगार के लिए दर-दर भटक रहे हैं। श्री प्रसाद ने बताया कि झारखंड में अब तक 7,88,522 युवाओं ने रोजगार के लिए पंजीकरण कराया है, लेकिन इनमें से केवल 3,51,953 युवाओं का ही नियोजनालय के जीवित डाटा में नाम दर्ज किया गया है। इसका अर्थ है की आधे से अधिक पंजीकृत युवा अब भी रोजगार के लिए इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि वर्ष 2022-2025 के बीच राज्य सरकार द्वारा आयोजित रोजगार मेलों और भर्ती कैंपों के माध्यम से केवल 37,219 उम्मीदवारों को ही रोजगार दिया गया है। यह आंकड़ा इस बात का प्रमाण है कि सरकार की रोजगार नीति पूरी तरह विफल साबित हुई है। श्री प्रसाद ने कहा कि कई विभागों में वर्षों से रिक्त पद खाली पड़े हैं, लेकिन सरकार इन पदों को भरने के प्रति गंभीर नजर नहीं आ रही है। उन्होंने सरकार से सवाल किया कि शेष पंजीकृत युवाओं के भविष्य का क्या होगा? क्या सरकार के पास इसका कोई जवाब है? भाजपा विधायक ने सरकार से मांग की है कि वह युवाओं के साथ किए जा रहे इस अन्याय को तुरंत समाप्त करे और रोजगार के लिए ठोस नीति बनाकर योग्य युवाओं को जल्द से जल्द नौकरी दे। उन्होंने विश्वास दिलाया कि भाजपा युवाओं के हक की लड़ाई को मजबूती से लड़ती रहेगी और उनके अधिकार दिलाकर ही दम लेगी।