झारखंड पुलिस ने राज्य के कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू को आज अहले सुबह पलामू के चैनपुर थाना क्षेत्र में हुई मुठभेड़ में मार गिराया। अमन साहू को रायपुर से रांची पुलिस रिमांड पर लेकर आ रही थी, तभी पलामू में उसकी गाड़ी पर बम से हमला हुआ, जिससे गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गई।
इस बीच अमन साहू ने भागने की कोशिश की और पुलिस जवान का हथियार छीनकर फायरिंग कर दी, जिसमें एक जवान घायल हो गया। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने अमन साहू को मौके पर ही ढेर कर दिया।
अमन साहू का अपराधी बनने का सफर:
• रांची के ठाकुरगांव स्थित मतबे गांव का रहने वाला अमन साहू पहले एक साधारण युवक था।
• मैट्रिक की पढ़ाई के दौरान जेल गया, जहां से उसकी अपराध की दुनिया में एंट्री हुई।
• जेल से बाहर आने के बाद मोबाइल दुकान खोली, लेकिन अपराधियों के संपर्क में आकर गैंग बना लिया।
• 2013 में खुद का गैंग बनाया, जो धीरे-धीरे पूरे झारखंड में कुख्यात हो गया।
• रंगदारी, हत्या, एक्सटॉर्शन सहित 100 से अधिक मामले दर्ज थे।
• 2019 में पहली गिरफ्तारी, लेकिन पुलिस को चकमा देकर भाग निकला।
• 2022 में फिर गिरफ्त में आया, लेकिन अपराध की दुनिया में उसका वर्चस्व बना रहा।
अब झारखंड के कोयला व्यापारियों और व्यवसायियों को इस अपराधी के आतंक से राहत मिलने की उम्मीद है। हालांकि, पुलिस के लिए अब यह देखना होगा कि अमन साहू गैंग का भविष्य क्या होता है और उसका नेटवर्क पूरी तरह खत्म हो पाता है या नहीं।