अमृत सरोवरों को सामुदायिक केंद्र के रूप में विकसित करने एवं मनरेगा अंतर्गत संचालित योजनाओं की समीक्षा को लेकर उपायुक्त श्रीमती नैंसी सहाय के निर्देशानुसार उप विकास आयुक्त इश्तियाक अहमद ने शुक्रवार को समाहरणालय सभागार में बैठक की। बैठक में उप विकास आयुक्त ने अमृत सरोवरों को सामुदायिक केंद्र के रूप में विकसित करने के संबंध में चर्चा की एवं आवश्यक दिशा निर्देश दिए। बैठक में डीडीसी ने कहा कि अमृत सरोवरों को सामुदायिक केंद्र के रूप में विकसित किया जाना है, जो वर्तमान में जल संसाधन के स्रोत हैं। ये सरोवर सिंचाई, मत्स्य पालन, बत्तख पालन आदि विभिन्न आजीविका संबंधी गतिविधियों का केंद्र है। ये सरोवर सामाजिक मेलजोल के केंद्र के रूप में भी काम कर सकते हैं, जिससे सामुदायिक जुड़ाव बढ़ेगा।
उन्होंने कहा कि मनरेगा, 15 में वित्त आयोग अनुदान, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, जिला खनिज निधि ट्रस्ट, कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व, रेलवे, सड़क परिवहन, आदि विभिन्न तरह से चल रही योजनाओं के अभिसरण से बजट का प्रबंध किया गया है। जिले में जल संरक्षण, आजीविका के अवसरों और सामाजिक सहभागिता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से अमृत सरोवरों को स्थाई सामुदायिक केंद्रों के रूप में विकसित करना है। अमृत सरोवरों को सामुदायिक केंद्रों के रूप में विकास करने के लिए जल संरक्षण एवं संग्रहण, आजीविका संवर्धन, सामुदायिक गतिविधियां, वृक्षारोपण एवं जैव विविधता और बुनियादी ढांचे का विकास करना अत्यंत आवश्यक है।
सरोवरों को सामुदायिक केंद्रों के रूप में विकसित करने के लिए विशिष्ट गतिविधियां की जा सकती है। उन्होंने सरोवरों के चारों ओर वृक्षारोपण करने के लिए मनरेगा एवं वन विभाग के पदाधिकारी, बागवानी के लिए मनरेगा के तहत बिरसा हरित ग्राम योजना से करने को लेकर संबंधित पदाधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने जलग्रहण क्षेत्र उपचार के लिए मनरेगा, जलछाजन, वन विभाग से टीसीबी, ईसीबी एवं खेल के मैदान और चेंजिंग रुम के लिए मनरेगा के तहत वीर शहीद फोटो हो खेल विकास योजना और चेंजिंग रूम के लिए अभिसरण, सिंचाई के लिए जेएसएलपीएस पलाश के स्टेट इरिगेशन एक्जीक्यूशन सेल के माध्यम से सोलर पंप और पाइप नेटवर्क की व्यवस्था करने का निर्देश संबंधित पदाधिकारियों को दिया।
पोषण वाटिका के लिए मनरेगा के तहत दीदीबाड़ी योजना से, अमृत सरोवर तक पहुंच एवं अन्य रास्ते के लिए मनरेगा के तहत मिट्टी मोरम करने एवं मत्स्य, बत्तख पालन के लिए मत्स्यपालन और पशुपालन विभाग से करने का निर्देश दिया। जल उपयोगकर्ता समूह की क्षमता निर्माण के लिए जेएसएलपीएस पलाश के तहत स्वैच्छिक संगठनों या किसी स्थानीय सीएसओ/एनजीओ के समर्थन से करने का निर्देश दिया। पेवर ब्लॉक, बेंच और आसपास के क्षेत्र का सौंदर्यीकरण के लिए जिले में उपलब्ध यूनाइटेड फंड के माध्यम से करने का निर्देश दिया। उन्होंने बैठक में मनरेगा के अंतर्गत संचालित योजनाओं का भी समीक्षा की।
बैठक में उप विकास आयुक्त इश्तियाक अहमद के अलावे डीआरडीओ निदेशक मां देवप्रिया, सभी बीडीओ, सभी बीपीओ सहित कई अन्य पदाधिकारी व कर्मी उपस्थित रहे।