हजारीबाग के सांसद मनीष जायसवाल ने दिशा (जिला विकास समन्वय और निगरानी समिति) की बैठक के बाद विकास कार्यों की धीमी प्रगति और भ्रष्टाचार पर गहरी नाराजगी व्यक्त की। पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि बैठक में प्रस्तुत विकास प्रतिवेदन बेहद निराशाजनक है। विशेष रूप से भवन प्रमंडल में व्याप्त भ्रष्टाचार और जल जीवन मिशन की खराब प्रगति पर चिंता जताई गई।
सांसद ने कहा कि हजारीबाग जिले की योजनाओं का धरातल पर क्रियान्वयन संतोषजनक नहीं है। उन्होंने बताया कि इन मुद्दों को पूर्व की बैठकों में भी उठाया गया था, लेकिन अब तक इन समस्याओं का कोई ठोस समाधान नहीं हुआ है।
जायसवाल ने सरकार से जिले के प्रदर्शन पर विशेष ध्यान देने की अपील की और कहा कि जब तक अधिकारियों को सख्त कार्रवाई के तहत जवाबदेह नहीं बनाया जाएगा, तब तक योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन संभव नहीं होगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि जनहित में योजनाओं को बेहतर ढंग से लागू करने के लिए अधिकारियों को जिम्मेदारी से काम करना होगा।