हजारीबाग: विनोबा भावे विश्वविद्यालय (विभावि) में एनएसयूआई द्वारा इंटर डिपार्टमेंटल क्रिकेट टूर्नामेंट का भव्य आयोजन किया गया। उद्घाटन समारोह में हजारीबाग के समाजसेवी एवं पूर्व विधानसभा प्रत्याशी मुन्ना सिंह मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। विशिष्ट अतिथि के रूप में विभावि के प्रॉक्टर प्रो. मिथिलेश कुमार सिंह, वरिष्ठ पत्रकार मुरारी सिंह, पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष रितेश तिवारी, एवं विभिन्न विभागों के प्रमुखों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
खेल भावना को बढ़ावा देने पर जोर
उद्घाटन समारोह के दौरान छात्र नेता अभिषेक राज ने अतिथियों का स्वागत पौधा भेंट कर किया, जो पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता का संदेश देता है। मुख्य अतिथि मुन्ना सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि खेल न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक विकास के लिए भी आवश्यक हैं। उन्होंने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि खेल अनुशासन, टीम वर्क और नेतृत्व क्षमता को विकसित करता है, जो जीवन के हर क्षेत्र में उपयोगी होता है।
वहीं, विभावि के प्रॉक्टर प्रो. मिथिलेश कुमार सिंह ने कहा कि खेल शिक्षा का अभिन्न अंग है, जो विद्यार्थियों में आत्मविश्वास, सहनशीलता और परिश्रम की भावना विकसित करता है। वरिष्ठ पत्रकार मुरारी सिंह ने भी खेलों के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इससे टीम भावना और अनुशासन को बढ़ावा मिलता है, जो छात्रों के समग्र विकास में सहायक होता है।
पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष रितेश तिवारी ने खिलाड़ियों को प्रेरित करते हुए कहा कि खेल जीवन में संघर्ष करने की क्षमता को बढ़ाता है और हार-जीत से ऊपर उठकर खेल भावना बनाए रखना सबसे महत्वपूर्ण है।
कुलपति ने दी शुभकामनाएं
विभावि के कुलपति डॉ. पवन कुमार पोद्दार कार्यक्रम में उपस्थित नहीं हो सके, लेकिन उन्होंने टेलीफोन के माध्यम से सभी प्रतिभागियों और आयोजन समिति को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय भविष्य में भी ऐसे आयोजनों को प्रोत्साहित करता रहेगा।
शानदार प्रदर्शन, 11 फरवरी को होगा फाइनल
टूर्नामेंट के पहले दिन विभिन्न विभागों की टीमों ने शानदार प्रदर्शन किया। चौकों-छक्कों और धारदार गेंदबाजी ने दर्शकों को रोमांचित कर दिया। बड़ी संख्या में छात्र मैदान पर उपस्थित रहे और अपनी टीमों का उत्साहवर्धन किया।
फाइनल मुकाबला 11 फरवरी को खेला जाएगा, जिसे लेकर छात्रों और खेल प्रेमियों में भारी उत्साह है। इस सफल आयोजन के लिए एनएसयूआई की पूरी टीम सराहना की पात्र है, जिन्होंने विश्वविद्यालय में खेल संस्कृति को बढ़ावा देने का प्रयास किया। इससे छात्रों को अपनी खेल प्रतिभा प्रदर्शित करने का सुनहरा अवसर मिला है।